किसी के भी जीवन में संगीत बहुत ही महत्वपूर्ण और शक्तिशाली वस्तु है, जो संगीत को सुनना और गाना पसंद करते हैं, वो अपने जीवन में संगीत के महत्व को भी जानते हैं। एक व्यक्ति जो संगीत सुनना और गाना पसंद करते हैं, वो जीवन में किसी भी समस्या से कभी भी परेशान नहीं होते हैं। यह तनाव मुक्त होने और मस्तिष्क को आराम प्रदान करने में मदद करने के साथ ही जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। बहुत से लोग विभिन्न उत्सवों और कार्यक्रमों पर संगीत सुनना और गाना बहुत पसंद करते हैं। कुछ लोग हरेक समय संगीत सुनते हैं जैसे: ऑफिस में, घर में, रास्ते में आदि। यह जीवन की सभी समस्याओं से दूर रखने में मदद करता है और समस्याओं के समाधान भी देता है। आजकल, बड़ी कम्पनियों में ऑफिसों में कर्मचारियों के काम करने के समय पर उनके मस्तिष्क को तरोताजा, शान्तिपूर्ण, एकाग्र, सकारात्मक विचारों वाला बनाने के साथ ही कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाने के लिए धीमी आवाज में गाना चलाने का दौर चलन में है। मुझे संगीत से प्रेम अपने आनुवांशिक गुणों के कारण है क्योंकि मेरे पिताजी और दादाजी को संगीत का बहुत शौक था। मेरे घर में सुबह से शाम तक धीमी आवाज में संगीत चलता रहता है। मैं संगीत की धुनों के बारे में ज्यादा नहीं जानता, लेकिन मैं अक्सर यात्रा या पढ़ाई के दौरान संगीत सुनना पसंद करता हूँ। साप्ताहिक अवकाश के दौरान, अपने परिवार के साथ घर या पिकनिक पर या अन्य किसी भी पसंदीदा जगह पर, हम नृत्य करते हैं, संगीत सुनते हैं और गाने गाकर छुट्टी का आनंद लेते हैं।संगीत मेरी आत्मा को छूता है और मुझे यह अहसास कराता है कि, मुझे इस संसार में कोई समस्या नहीं है। संगीत बहुत ही शक्तिशाली है और सभी भावनात्मक समस्याओं के लिए सकारात्मक संदेश पहुँचाता है और किसी से भी कुछ भी नहीं पूछता। यह आवाज रहित है हालांकि, हमें सबकुछ बताता है और मनुष्यों से ज्यादा समस्याओं को साझा करता है। संगीत की प्रकृति प्रोत्साहन और बढ़ावा देने की है, जो सभी नकारात्मक विचारों को हटाकर मनुष्य की एकाग्रता की शक्ति को बढ़ता है। संगीत वो वस्तु है जो हमारे सबसे प्रिय व्यक्ति के साथ की, सभी अच्छी यादों को पुनः याद करने में मदद करता है। इसकी कोई सीमा, बाधा और नियम निर्देशिका नहीं है इसे तो केवल लगन और श्रद्धा के साथ सुनने की आवश्यकता है। जब भी हम संगीत सुनते हैं, यह हृदय और मस्तिष्क में बहुत अच्छी भावना लाता है, जो हमें हमारी आत्मा से जोड़ती है। यहीं जुड़ाव भगवान की सर्वशक्ति होता है। संगीत के बारे में किसी ने सही कहा है कि“संगीत की कोई सीमा नहीं है, यह तो सभी सीमाओं से परे है।” और “संगीत जीवन में और जीवन संगीत में निहित है।” इससे प्रभावित होकर, मैंने भी संगीत और गिटार बजाना सीखना शुरु कर दिया है और यही आशा है कि, एक दिन बहुत अच्छा संगीतज्ञ बनूँगा।