मोटापा स्वास्थ्य से संबंधित स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति का वज़न आवश्यक मात्रा के भोजन और शारीरिक गतिविधि की कमी से अधिक नियमित खपत के कारण तेज़ी से बढ़ने लगता है। यह स्थिति आनुवांशिक, मनोवैज्ञानिक कारकों के कारण या कुछ दवाइयों के विपरीत प्रभाव के रूप में विकसित हो सकती है। नीचे इसके कारणों, मोटापे के प्रभाव और इस समस्या को रोकने के तरीकों पर विस्तृत नज़र डाली गई है।मोटापे के कारणमोटापे के विभिन्न कारण इस प्रकार हैं: अत्यधिक खाना: भोजन की आवश्यक मात्रा से अधिक की नियमित खपत विशेष रूप से वसा (फैट), वजन बढ़ने का मुख्य कारण होता है। बार-बार भोजन सेवन से शारीरिक अंगो की गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ता है। आनुवंशिक: यदि किसी व्यक्ति के माता-पिता मोटापे से पीड़ित हैं तो उस व्यक्ति में भी इस समस्या के लक्षण देखें जा सकते है। इसका कारण यह है कि वंशाणु वसा नियमन में शामिल हार्मोन को प्रभावित करते है। शारीरिक व्यायाम की कमी: जो लोग व्यायाम नहीं करते हैं वे कम कैलोरी जला पाते है जो सक्रिय रूप से मोटापे को बढ़ावा देतीं हैं। शारीरिक गतिविधियां किए बिना अत्यधिक भोजन लेना अक्सर मोटापे का कारण बनता है। दवाइयां: कुछ दवाएं जैसे कि गर्भ निरोध दवाई, अवसाद रोधी दवा, मधुमेह की दवा आदि भी वजन बढ़ाती है जो अंततः मोटापे का कारण है। स्वास्थ्य स्थितियां: हाइपोथायरायडिज्म, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी स्वास्थ्य स्थितियां भी मोटापे का कारण हो सकती है। मनोवैज्ञानिक कारक: ऊबन, तनाव और उदासी जैसी भावनाएं कुछ लोगों की खाने की आदतों को प्रभावित करती हैं। इन भावनाओं के जवाब के रूप में वे अपने भोजन सेवन में वृद्धि करते हैं जिससे मोटापा बढ़ता है।मोटापे के प्रभावमोटापे की वजह से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है:हृदय रोगउच्च कोलेस्ट्रॉल स्तरउच्च रक्त चापमधुमेहदमाकैंसरनींद अश्व्सनबांझपनआघातमोटापे से पीड़ित व्यक्ति के सामाजिक और आर्थिक जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मोटापे से पीड़ित लोग अक्सर भेदभाव का शिकार बनते हैं तथा वे अवसाद से भी ग्रस्त रहते है।मोटापे को रोकने के तरीकेयहां कुछ तरीके है जिनसे मोटापे को रोका जा सकता है: स्वस्थ खाने की आदतों का पालन उचित भोजन का सेवन सुनिश्चित करना शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना अपने वजन और कमर के आकार पर नज़र बनाए रखनामोटापे का इलाज करने के तरीकेइलाज के तरीकों की खोज की बजाए समस्या को रोकना ज्यादा बेहतर होगा इससे पहले कि वह बढ़ जाए। जिन लोगों में मोटापा किसी कारण से होता है उन्हें जल्द से जल्द इसका इलाज करवाना चाहिए ताकि मोटापे के कारण शरीर में कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या पैदा न हो जाए। ये तरीके हैं जिनसे इस समस्या का इलाज किया जा सकता है: आहार परिवर्तन: आपके आहार में परिवर्तन करना मोटापे को नियंत्रित करने की ओर पहला कदम है। यदि आप मोटापे से पीड़ित हैं तो आवश्यक आहार परिवर्तनों के लिए किसी चिकित्सक से परामर्श करने की ज़रूरत है। अल्प आहार की गोलियां: अल्प आहार की गोलियों में वजन को घटाने वाली सामग्री शामिल होती है। हालांकि, इन गोलियों के साइड इफेक्ट्स भी होते है जैसे दिल की धड़कनों का तेज़ हो जाना। व्यायाम: प्रत्येक दिन व्यायाम करने के लिए 45-60 मिनट समर्पित होना आवश्यक है। कोशिश करें कि शरीर के अतिरिक्त वसा को जलाने के लिए तीव्र अभ्यासों में लिप्त हो। निर्धारित दवाएं: अल्प आहार गोलियों को खाने की बजाय वे दवाइयां लें जो आपके चिकित्सक द्वारा सुझाई गई है। सर्जरी: यह विकल्प विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जिनका बॉडी मास इंडेक्स (द्रव्यमान इंडेक्स) 40 या 30 से अधिक है या व्यक्ति ऐसी बीमारी से जूझ रहा है जो सीधे-सीधे मोटापे से जुड़ी हुई है।निष्कर्षमोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो हृदय रोग, नींद अश्व्सन, अस्थमा, पित्त पथरी और बांझपन सहित कई अन्य प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है जो मुख्यतः शरीर में अत्यधिक वसा जमा होने के कारण होती है। मोटापे को स्वस्थ खाने की आदतों, नियमित व्यायाम और शरीर के वजन पर नज़र रखकर रोका जा सकता है।