‘भारत रत्न’ से सम्मानित कंठ कोकिला और स्वर – साम्राज्ञी लता मंगेशकर का जन्म 1929 में हुआ था | आपके पिताजी का नाम दीनानाथ मंगेशकर था | वे एक उच्चकोटि के संगीतकार थे | लता मंगेशकर की उम्र इस समय 81 वर्ष के उपर है लेकिन उनके स्वर का माधुर्य उसी प्रकार बरकरार अहि जैसा की 17 वर्ष की उम्र में था | 17 वर्ष की उम्र से फिल्मो के लिए पाशर्व गायन शुरू करने वाली लता मंगेशकर ने लगभग 30 हजार गीत विगत 6 दशको में गाए है | लता मंगेशकर ने लगभग सभी प्रसिद्ध नायिकाओं के लिए गीत गाए है | उन्होंने भारत की लगभग सभी भाषाओ में गीत गाए है |1980 के दशक तक लता मंगेशकर ने प्रतिदिन दो गीत के हिसाब से गीत गाए | 1990 के दशक से आपने केवल चुनिदा गीतों को गाने का निर्णय किया, जिसका निर्वाह वे आज तक कर रही है | आज लता मंगेशकर की छवि पुरे देश में दीदी (बड़ी बहन ) के समान बन गई है | लता मंगेशकर ने अपने जीवन में सभी प्रकार के गीतों को गाया है | भावनात्मक गीतों में उनके द्वारा गाया गया गीत को सुनकर हमारे प्रथम प्रधानमत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की आँखों में सासू छलछला पड़े थे | भावनात्मक गीतों के साथ-साथ लता जी ने मनोरंजन प्रधान गीतों को भी खूब गाया है | लता मंगेशकर ने नाम पर मध्य प्रदेश सरकार ने एक पुरस्कार की स्थापना की है जिसे संगीत के क्षेत्र में महान योगदान करने वाले को प्रदान किया जाता है | लता मंगेशकर की संगीत के क्षेत्र में महान उपलब्धियों को देखते हुए हमारे राष्ट्रपति महोदय ने उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था | लता जी को वैसे तो अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके है लेकिन वर्ष 2001 में प्रदान किया गया ‘भारत रत्न सम्मान’ उनके सम्पूर्ण जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है | पहले से पदम विभूषण से सम्मानित लता मंगेशकर ने स्वय को सामान्य कलाकार बताते हुए ‘ भारत रत्न सम्मान’ को अपने लिए बहुत बड़ा सम्मान बताया है | यह भी लता मंगेशकर जी की महानता का परिचायक है |