भारत-आसियान शिखर सम्मेलन 2019

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैंकाक में 16वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया है। वर्त्तमान में आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन थाईलैंड के बैंकाक में किया जा रहा है। 2020 में अगले आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन वियतनाम में किया जायेगा।
मुख्य बिंदु
- भारत ने भौतिक तथा डिजिटल कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए एक अरब डॉलर की लाइन ऑफ़ क्रेडिट जारी की है।
- भारत ने इस बात पर भी बल दिया कि भारत-आसियान शिखर सम्मेलन 2018 तथा सिंगापुर अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद भारत और आसियान में सहयोग में वृद्धि हुई है।
- भारत ने अनुसन्धान, कृषि, इंजीनियरिंग, विज्ञान तथा ICT के क्षेत्र में साझेदारी तथा क्षमता निर्माण में दिलचस्पी दिखाई है।
- भारत ने नीली अर्थव्यवस्था तथा समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मज़बूत करने में दिलचस्पी दिखाई है।
- भारत ‘एक्ट ईस्ट पालिसी’ को हिन्द-प्रशांत रणनीति की महत्वपूर्ण आधारशिला मानता है।
आसियान
यह 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का अंतर-सरकारी संगठन है। इसकी स्थापना 6 अगस्त 1967 को हुई थी। इसका मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है।
इसके सदस्य देश इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम हैं।
चार्टर में आसियान के उद्देश्य के बारे में बताया गया है। सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को कायम रखना साथ ही विवादों का शांतिपूर्ण निपटारा हो इसके उदेश्यों में शामिल है। इसके सेक्रेट्री जनरल आसियान द्वारा पारित किए प्रस्तावों को लागू करवाने और कार्य में सहयोग प्रदान करने का काम करतें है। इनका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है।