चिड़ियाघर का भ्रमण
चिड़ियाघर जाने में विद्यार्थियों को सामान्यत: आनन्द आता है| चिड़ियाघर वह स्थान है जहाँ विभिन्न प्रकार की चिड़िया व पशु रखे जाते है| चिड़ियाघर जाना सदैव आनन्दमय होता है|पिछले रविवार को मैं अपने मित्रों के साथ चिड़ियाघर गया| वहां दो विभाग थे| एक विभाग में जानवर थे और दुसरे विभाग में पक्षी|सबसे पहले हम जानवर वाले विभाग में गये| वहां कई पिंजड़े थे| उनमें लोहे के सरिये लगे हुए थे| पिछले पिंजड़े में शेरों का एक जोड़ा था| अगले पिंजड़े में एक बाघ था| यह सो रहा था| अगले पिंजड़े में अनेक प्रकार के बन्दर थे| हमने उन्हें मुंगफलियाँ दी| उन्होंने इन्हें ख़ुशी से खाई| वे इधर-उधर कूद रहे थे| वहां एक खुला हुआ एक बड़ा पिंजड़ा था| वहां अनेक हिरण और बारहसिंगे थे|फिर हम पक्षियों वाले विभाग में गये| वहां अनेक प्रकार के भारतीय और विदेशी पक्षी थे| वे विभन्न आकर व रंग के थे| वहां कुछ कृत्रिम पोखर(तालाब) थे| वहां बतखें और सारस थे| वे वे भुत सुंदर दिखाई पड़ रहे थे|